- लोगों का सामाजिक , मानसिक, नैतिक, चारित्रिक,शारीरिक,शैक्षिक,बैाद्धिक विकास करना।
- इच्छुक तथा अन्य असहाय छात्र – छात्राओं, महिलाओं, कारीगरों को ग्रामोद्योग आदि की शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिलाने का प्रबन्ध करके ग्रामोद्योग की स्थापना करना।
- समिति उद्देश्य कार्यक्षेत्र के ग्रामों में स्वालम्बन की भावना उत्पन्न करते हुये क्षेत्र का सामाजिक एवं शैक्षिक विकास करना।
- महिला विकास कार्यक्रम तथा प्रौढ़ शिक्षा की व्यवस्था ।
- गांधी विचारधारा के अन्तर्गत साहित्य प्रसार करना लोगों को रचनात्मक जीवन की ओर अग्रसारण करना।
- छात्र-छात्राओं को महिलाओं एवं बेरोजगारों को निःशुल्क कम्प्यूटर, टाईप, पेंटिग, सिलाई, कढ़ाई, खाद्य सामाग्री निर्माण तथा फर्नीचर, लौह कला तथा अन्य ग्रामोद्योगिक ट्ेडों में प्रशिक्षण प्रदान करना जिसमें गराबों को स्वतः रोजगार उपलब्ध हो सके।
- मानव संसाधन विकास ग्रामीण विकास , कम्पार्ट, स्वास्थय,शिक्षा, सास्कृतिक विकास, मंत्रालयों, एवं समाज कल्याण के सहयोग गा्रमीण एवं शहरी क्षेत्रो में रहने वाले लोगो के लिए जो कि गरीब व असहाय हैं महिलाओं आदि की सहायता करना।
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, निःशुल्क गीत संगीत वाद विवाद तथा लोक संगीत नाट्य कला, नृत्य कला,शास्त्रीय संगीत आदि के शिक्षण व प्रशिक्षण का अयोजन करना जिससे लोगो में भारतीय सांस्कृति के प्रति रुझान पैदा हो सके। व उनका मानसिक विकास हो सके।
- विकलांगो के सहायतार्थ , विकलांगोउत्थान कल्याणकारी कार्यक्रम एवं शिक्षण प्रशिक्षण की निःशुल्क व्यवस्था करना।
- गांव के गरीब किसानो को कृषि से संबधित कार्यक्रम एवं भूमि सुधार के अन्तर्गत निःशुल्क लाभ पहुॅचाना जिससे गरीब किसानो की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
- प्राकृतिक आपदाओं से त्रस्त जैसे भूकम्प पीड़ित, सूखा बाढ़, अग्निकाण्ड आदि से पीड़ित लोगों की मदद करना।
- शिक्षा, ललित कला, स्वास्थय एवं परिवार कल्याण सम्बन्धी जानकारी लोगों तक पहुॅचाना एवं उन्हें प्रोत्साहित करना।
- समाज के वृद्ध, असहाय, निर्धन, अनाथ लागों के लिए वृद्धाश्रम, अनाथालय, बालवाणी, आगनबाड़ी आदि की व्यवस्था करना।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम, विचार संगोस्ठी, संमीनार प्रदर्शनी आदि के द्वारा उत्तम नैतिक, साहित्यक, वैज्ञानिक, चारित्रिक एवं सामाजिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना एवं बढ़ावा देना।